गुप्तकाशी: फर्जी जज हुआ गिरफ्तार

गुप्तकाशी क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति ने अपनी कार पर लाल बत्ती लगाकर खुद को जज बताने का नाटक किया। यह घटना केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुई, जब यह व्यक्ति हैलीकॉप्टर टिकट के लिए कर्मचारियों से बहस कर रहा था। पुलिस को मौके पर बुलाया गया और व्यक्ति ने पुलिस के साथ भी बदसलूकी की, जिससे पुलिस को शक हुआ और उन्होंने जांच शुरू की।
पुलिस के अनुसार, आरोपी का नाम अविनाश गुप्ता है, जो अलीगढ़, उत्तर प्रदेश का निवासी है। उसके साथ ज्योति दुबे नाम की एक महिला भी थी। दोनों केदारनाथ यात्रा पर थे और लाल बत्ती लगी कार (UP 32 NZ 9832) में यात्रा कर रहे थे। गुप्तकाशी हैलीपैड पर टिकट को लेकर हुए विवाद के बाद पुलिस ने हस्तक्षेप किया। जब पुलिस ने लाल बत्ती लगी कार को रोका और पूछताछ की, तो अविनाश ने खुद को जज बताया और पुलिस के साथ बदसलूकी करने लगा।
पुलिस को अविनाश के व्यवहार पर शक हुआ और उन्होंने गहन जांच शुरू की। जांच में पाया गया कि अविनाश और ज्योति दोनों फर्जी हैं और अविनाश का जज होने का दावा झूठा है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय में पेश किया।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि कैसे कुछ लोग सरकारी प्रतीकों और पदों का दुरुपयोग कर कानून का उल्लंघन करते हैं। पुलिस ने इस मामले में तत्परता से कार्रवाई की और फर्जी जज को गिरफ्तार कर लिया। यह घटना उन लोगों के लिए एक चेतावनी है जो कानून का उल्लंघन कर अपनी निजी गाड़ियों पर सरकारी प्रतीकों का दुरुपयोग करते हैं।
गुप्तकाशी पुलिस ने बताया कि लाल बत्ती लगी कार को देखकर ही उन्हें शक हुआ और उन्होंने तुरंत कार्रवाई की। पुलिस ने बताया कि अविनाश और ज्योति दोनों के खिलाफ आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है और उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है। इस घटना के बाद पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी गाड़ियों पर गैरकानूनी तरीके से सरकारी प्रतीकों का उपयोग न करें और कानून का पालन करें।
इस घटना ने स्थानीय लोगों में भी चर्चा का विषय बना दिया है और लोग पुलिस की तत्परता की सराहना कर रहे हैं। पुलिस ने इस मामले में जिस तरह से कार्रवाई की है, वह अन्य लोगों के लिए एक उदाहरण है कि कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस प्रकार, गुप्तकाशी में फर्जी जज की गिरफ्तारी ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और पुलिस हमेशा सतर्क है।