मंगलौर और बदरीनाथ में 10 जुलाई को होगा मतदान

उत्तराखंड के मंगलौर और बदरीनाथ में, आगामी विधानसभा उपचुनावों के मद्देनजर आचार संहिता लागू की गई है। इस चुनावी घोषणा के साथ, राजनीतिक दलों और प्रत्याशियों के लिए चुनाव संबंधी गतिविधियों पर कुछ विशेष नियम और प्रतिबंध लागू हो जाते हैं। इस उपचुनाव की तिथियाँ भारतीय निर्वाचन आयोग द्वारा जारी की गई हैं, जिसके अनुसार 10 जुलाई को मतदान होगा और 13 जुलाई को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।
इन उपचुनावों के लिए नामांकन की प्रक्रिया 14 जून से शुरू होगी, जिसके लिए 21 जून अंतिम तिथि है। नामांकन पत्रों की जांच 24 जून को होगी, और नाम वापसी की अंतिम तिथि 26 जून निर्धारित की गई है। इस चुनावी प्रक्रिया के तहत, जनपद चमोली और जनपद हरिद्वार में आज से ही आदर्श आचार संहिता प्रभावी हो चुकी है, जो 15 जुलाई तक रहेगी।
इस उपचुनाव के महत्वपूर्ण होने का कारण यह है कि यह लोकसभा चुनाव 2024 के बाद हो रहा है, और इसके परिणाम राज्य की राजनीतिक दिशा को प्रभावित कर सकते हैं। मंगलौर विधानसभा सीट बीएसपी विधायक सरवत करीम अंसारी के निधन के कारण खाली हुई थी, जबकि बदरीनाथ सीट कांग्रेस विधायक राजेंद्र भंडारी के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
उत्तराखंड भाजपा ने उपचुनाव जीतने का दावा किया है, और प्रदेश उपाध्यक्ष ज्योति प्रसाद गैरोला के अनुसार, पार्टी इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। भाजपा जल्द ही अपने प्रत्याशियों का चयन करेगी और उनके नाम केंद्रीय पार्लियामेंट्री बोर्ड को भेजेगी।
इस उपचुनाव के दौरान, बदरीनाथ विधानसभा में 210 पोलिंग बूथ और मंगलौर विधानसभा में 132 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। बदरीनाथ में 1 लाख 2 हजार 145 मतदाता और मंगलौर में 1 लाख 19 हजार 930 मतदाता हैं, जो इस चुनावी दंगल में अपने मत का प्रयोग करेंगे।
इस तरह, उत्तराखंड के इन दो जिलों में चुनावी बुखार चढ़ चुका है, और आगामी दिनों में राजनीतिक गतिविधियाँ और भी तेज होंगी। नागरिकों की नजरें इन उपचुनावों पर टिकी हुई हैं, जो न केवल इन दो विधानसभा सीटों के भविष्य को तय करेंगे, बल्कि राज्य की राजनीतिक दिशा को भी निर्धारित करेंगे।