उत्तराखंड की प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में अभूतपूर्व वृद्धि

उत्तराखंड की प्रतिष्ठित चारधाम यात्रा के लिए इस वर्ष तीर्थयात्रियों के पंजीकरण में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। मात्र सात दिनों के भीतर, पंजीकरण की संख्या ने 12.48 लाख का आंकड़ा छू लिया है, जो कि पिछले वर्ष के मुकाबले तीन गुना अधिक है। पिछले साल, इसी अवधि में केवल 4 लाख पंजीकरण हुए थे। इस वर्ष की यात्रा के लिए सबसे अधिक पंजीकरण केदारनाथ धाम के लिए हुए हैं, जिसकी संख्या 4,22,129 है। बदरीनाथ धाम के लिए 3,56,716, गंगोत्री के लिए 2,31,983, यमुनोत्री के लिए 2,19,619 और हेमकुंड साहिब के लिए 17,684 पंजीकरण दर्ज किए गए हैं12।
यह वृद्धि न केवल धार्मिक आस्था की गहराई को दर्शाती है, बल्कि यह भी संकेत देती है कि लोगों में यात्रा और पर्यटन के प्रति उत्साह बढ़ रहा है। इस बढ़ोतरी का एक कारण यह भी हो सकता है कि पिछले वर्षों में महामारी के कारण यात्रा में बाधा आई थी, और अब लोग इस अवसर का पूरा लाभ उठाना चाहते हैं।
पर्यटन विभाग ने इस वर्ष 15 अप्रैल से पंजीकरण प्रक्रिया आरंभ की थी, और अब तक की प्रतिक्रिया अभूतपूर्व रही है। चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन जारी है, और आने वाले दिनों में और भी अधिक पंजीकरण की संभावना है। इस वर्ष चारधाम यात्रा 10 मई से शुरू होगी, जिसमें केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट 10 मई को और बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खुलेंगे।
श्रद्धालु विभिन्न माध्यमों से पंजीकरण कर सकते हैं, जैसे कि ऑनलाइन पोर्टल, वाट्सएप, टोल फ्री नंबर, और एप्लिकेशन के जरिए। इस बढ़ोतरी से उत्तराखंड सरकार को इस वर्ष 40 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों के दर्शन करने की उम्मीद है, जो कि एक नया रिकॉर्ड होगा12।