चौक-चौराहों और सड़कों के नाम बदलने का मुद्दा अब राजनीतिक हुई शुरू

उत्तराखंड में धामी सरकार द्वारा चौक-चौराहों और सड़कों के नाम बदलने का मुद्दा अब राजनीतिक विवाद का रूप ले चुका है। कांग्रेस इसे धर्म आधारित राजनीति का हिस्सा बता रही है, जबकि भाजपा कांग्रेस के पिछले फैसलों को गिनाकर पलटवार कर रही है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन महरा ने सवाल उठाया कि राज्य आंदोलन में शहीद हुए लोगों के नाम पर स्थानों के नाम क्यों नहीं रखे गए। उन्होंने आरोप लगाया कि खनन जैसे मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने के लिए यह नया विवाद खड़ा किया गया है। उनका कहना है कि भाजपा को आम जनता की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है और उनका ध्यान केवल धर्म आधारित राजनीति पर है।
दूसरी ओर, भाजपा की दर्जा धारी मंत्री ज्योति प्रदेश गेरौला ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल में तहसील चौक का नाम वीर हामिद के नाम पर रखा था और कई अन्य स्थानों के नाम मुस्लिम धर्म से जुड़े व्यक्तियों के नाम पर रखे थे। इस मुद्दे ने उत्तराखंड में राजनीतिक सरगर्मियों को और बढ़ा दिया है, जिससे एक नई बहस छिड़ गई है।