श्री बदरीनाथ धाम के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूरे विधि-विधान से शीतकाल के लिए बंद

उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित भू-बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम के कपाट आज दोपहर तीन बजकर तैंतीस मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूरे विधि-विधान से श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश में इस वर्ष की चारधाम यात्रा का समापन हो गया है। बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। करीब 18 लाख 16 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने इस वर्ष बदरीनाथ धाम की यात्रा की। कपाट बंद होने के साथ ही आदि गुरु शंकराचार्य जी की गद्दी, श्री उद्धव जी और श्री कुबेर जी की डोली अब शीतकालीन गद्यीस्थल जोशीमठ के पांडुकेश्वर में विराजमान रहेगी। गौरतलब है कि गंगोत्री के कपाट 14 नवंबर, केदारनाथ व यमुनोत्री धाम के कपाट 15 नवंबर को भाई दूज पर पहले ही शीतकाल के लिए बंद किए जा चुके हैं। इस वर्ष रिकॉर्ड 56 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने चारों धाम के दर्शन किये।