Rishikesh:रिवर राफ्टिंग हुई फिर से शुरू

तीर्थनगरी ऋषिकेश में गंगा नदी में रंग-बिरंगी राफ्ट्स उतरने से पर्यटन का माहौल एक बार फिर से जीवंत हो गया है। लगभग ढाई महीने के अंतराल के बाद, रिवर राफ्टिंग के दूसरे चरण की शुरुआत होते ही गंगा नदी में रंग-बिरंगी राफ्ट्स की सजावट ने पर्यटकों को आकर्षित करना शुरू कर दिया है। इस नई शुरुआत से न केवल सैलानी उत्साहित हैं, बल्कि पर्यटन से जुड़े व्यवसायी और स्थानीय दुकानदार भी काफी खुश हैं।
राफ्टिंग के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन बुकिंग दोनों ही शुरू हो चुकी हैं, जिससे पर्यटकों को सुविधा हो रही है। हालांकि, गंगा का जलस्तर अभी भी अधिक होने के कारण राफ्टिंग का संचालन मरीन ड्राइव से शिवपुरी और ब्रह्मपुरी से रामझूला, नीमबीच तक ही सीमित है। इसके बावजूद, दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, राजस्थान, कोलकाता समेत कई राज्यों के पर्यटक मुनि की रेती, शिवपुरी, लक्ष्मणझूला, तपोवन, स्वर्गाश्रम आदि क्षेत्रों में रिवर राफ्टिंग का आनंद लेने के लिए पहुंचने लगे हैं।
राफ्टिंग के इस नए चरण की शुरुआत से स्थानीय पर्यटन उद्योग को एक नई ऊर्जा मिली है। राफ्टिंग कंपनियों ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है और पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक सावधानियों का पालन किया जा रहा है। गंगा राफ्टिंग प्रबंधन समिति के तकनीकी दल की अनुमति के बाद ही राफ्टिंग को हरी झंडी मिली है। इस बार करीब 22 दिन बाद राफ्टिंग शुरू हो रही है, जिसका मुख्य कारण गंगा का जलस्तर अनुकूल न होना रहा है।
राफ्टिंग कंपनियों ने पंजीकृत राफ्ट्स की जांच और मरम्मत का कार्य पूरा कर लिया है। फिलहाल, ऋषिकेश से 9 किलोमीटर की दूरी पर ब्रह्मपुरी से ही राफ्टिंग की जा रही है। राफ्टिंग कारोबारियों का मानना है कि पिछला सत्र काफी अच्छा रहा था और यह दूसरा सत्र भी आर्थिक रूप से बेहतर रहने की उम्मीद है। गाइडों को राफ्टिंग के दौरान आवश्यक सावधानियों और सुरक्षा मानकों का पूरा ख्याल रखने की नसीहत दी गई है।
समिति सचिव जसपाल चौहान ने बताया कि पंजीकृत गाइडों के सत्यापन की प्रक्रिया अंतिम चरण में है और कंपनियों को पर्यटकों की सुरक्षा संबंधित सभी दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी गई है। इस बार राफ्टिंग के लिए 263 कंपनियों ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं और गंगा का जलस्तर अनुकूल न होने के कारण राफ्टिंग 22 दिन बाद शुरू हो रही है।
इस प्रकार, तीर्थनगरी ऋषिकेश में रिवर राफ्टिंग का यह नया चरण न केवल पर्यटकों के लिए रोमांचक है, बल्कि स्थानीय व्यवसायियों के लिए भी एक नई उम्मीद लेकर आया है। गंगा नदी में रंग-बिरंगी राफ्ट्स की सजावट ने एक बार फिर से ऋषिकेश को पर्यटन का केंद्र बना दिया है, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।