रूद्रप्रयाग: ग्रामीण महिलाएं की पीरूल से बनाई राखियां की दिल्ली के बाजारों में बड़ी डिमांड

उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग पेरुल से एक अद्भुत कला का उत्थान हो रहा है। यहां की महिलाएं इन पेरूल से एको-फ्रेंडली राखियां बना रही हैं, जो दिल्ली के बाजारों में विशेष रूप से पसंद की जा रही हैं . ये राखियां न केवल सुंदर दिखती हैं, बल्कि प्रकृति के साथ जुड़े रहने का एहसास भी करवाती हैं।
इसके अलावा महिलाएं चीड़ के पत्तों से भी रखी बनाई जा रही है। ये राखियां उत्तराखंड के पुस्तकालय गांव की महिलाओं द्वारा तैयार की जाती हैं . इस प्रकार की हस्तशिल्प कला से न केवल महिलाओं को रोजगार का अवसर मिल रहा है, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति भी सावधानी बढ़ा रही है।
इस प्रकार के सामाजिक उत्थान के साथ-साथ, चीड़ के पत्तों से बनी राखियां एक अद्वितीय और प्राकृतिक उपहार भी हो सकती हैं।यह उत्तराखंड की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देने के साथ-साथ, आपके रिश्तों को भी और अधिक खास बना सकती है