उत्तराखंड में बदरीनाथ हाईवे पर एक बड़ी चट्टान टूटकर गिरने से यात्रा मार्ग दिनभर के लिए बंद हुए

उत्तराखंड में बदरीनाथ हाईवे पर एक बड़ी चट्टान टूटकर गिरने से यात्रा मार्ग दिनभर के लिए बंद हो गया। यह घटना बुधवार की देर शाम को हुई, जब ऑलवेदर रोड परियोजना के तहत चल रहे कार्य के दौरान हनुमान चट्टी के पास चट्टान का एक कमजोर हिस्सा अचानक टूटकर सड़क पर आ गिरा1। इस घटना के कारण बदरीनाथ धाम की ओर जाने वाले वाहनों की आवाजाही ठप हो गई और सेना के जवानों सहित लगभग दस हजार तीर्थयात्री रास्ते में फंस गए।
चमोली पुलिस ने तीर्थयात्रियों से अपील की है कि वे जहां हैं वहीं सुरक्षित रहें और यात्रा मार्ग के बारे में अपडेट लेकर ही आगे बढ़ें2। इस दौरान, एनएचआईडीसीएल ने जेसीबी मशीनों की मदद से मलबे को हटाने का काम शुरू किया। दो घंटे की मशक्कत के बाद हाईवे को खोलने में सफलता मिली, लेकिन शाम को फिर से पहाड़ी का एक हिस्सा गिरने से रास्ता दोबारा बंद हो गया।
एसपी चमोली प्रमेंद्र डोभाल ने बताया कि मार्ग को खोलने के प्रयास जारी हैं और दो जेसीबी मशीनों को मलबा हटाने के कार्य में लगाया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि रात तक हाईवे सुचारू हो जाएगा, लेकिन एहतियातन वाहनों की आवाजाही सुबह तक रोकी गई है1। तीर्थयात्रियों को जोशीमठ, हेलंग, पाखी, पीपलकोटी और चमोली में रोका गया है, जहां उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
इस घटना ने न केवल यात्रा मार्ग को प्रभावित किया, बल्कि बदरीनाथ धाम की यात्रा की तैयारियों पर भी विपरीत असर डाला है। यह घटना उत्तराखंड में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति सतर्कता और तैयारी की आवश्यकता को रेखांकित करती है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि इन्फ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के दौरान सुरक्षा मानकों का कड़ाई से पालन करना कितना महत्वपूर्ण है।