चारधाम यात्रा : इस वर्ष 2200 बसों के रोटेशन से संचालित की जाएगी

चारधाम यात्रा, जो कि उत्तराखंड की आध्यात्मिक यात्रा है, इस वर्ष 2200 बसों के रोटेशन से संचालित की जाएगी। यह यात्रा उत्तराखंड के चार पवित्र स्थलों – बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, और यमुनोत्री – की यात्रा कराती है। इस वर्ष की यात्रा के लिए बसों का चयन लॉटरी प्रणाली के माध्यम से 26 अप्रैल को किया जाएगा।
चारधाम यात्रा संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला के अनुसार, यात्रा का शुभारंभ 9 मई को होगा। यात्रियों के लिए स्लॉट आरक्षित किए जाएंगे और धामों में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या की वैधता खत्म की जाएगी1।
इस यात्रा का महत्व उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक पहचान में गहराई से निहित है। यह यात्रा न केवल आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है, बल्कि यह उत्तराखंड के पर्यटन और अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण है। यात्रा के दौरान, यात्री उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और आध्यात्मिक विरासत का अनुभव कर सकते हैं।
यात्रा के लिए बसों का चयन लॉटरी के माध्यम से होने से यह सुनिश्चित होता है कि प्रक्रिया पारदर्शी और निष्पक्ष रहे। इससे यात्रा के लिए बस सेवाओं का संचालन भी व्यवस्थित और सुगम हो जाता है। चारधाम यात्रा के लिए बसों की यह व्यवस्था यात्रियों को सुविधाजनक और सुरक्षित यात्रा प्रदान करने के लिए की गई है।
इस यात्रा के दौरान, यात्रियों को उत्तराखंड की विविध संस्कृति और परंपराओं का भी अनुभव होगा। यह यात्रा उन्हें उत्तराखंड के लोगों की आतिथ्य और समृद्ध इतिहास से भी परिचित कराएगी। चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आत्मा को दर्शाती है और यह यात्रा हर वर्ष लाखों यात्रियों को आकर्षित करती है।