बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा आज प्रदेश भर में श्रद्धा, आस्था और उल्लास से मनाई गई

बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा आज प्रदेश भर में श्रद्धा, आस्था और उल्लास से मनाई गई। माघ शुक्ल पंचमी के इस अवसर पर ज्ञान, विवेक और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा आराधना की जाती है। कुमाऊं और गढ़वाल मंडल के पर्वतीय अंचल में आज के दिन यानी बसंत पंचमी पर घरो में विशेष पकवान बनाए जाते हैं। बागेश्वर में महिलाओं और बच्चों ने ऋतुराज का पीले वस्त्र धारण कर स्वागत किया। साथ ही लोगों ने अपने आराध्यों को जौं के पौधे अर्पित कर एक दूसरे के सिर पर रखा और उनके दीर्घ और सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर पवित्र सूरजकुंड स्थित सरयू के तट किनारे बच्चों के चूड़ाकर्म और जनेऊ संस्कार किया गया। अल्मोड़ा में भी बंसत पंचमी धूमधाम से मनाई गयी। गौरतलब है कि शास्त्रों के अनुसार इस दिन वाद्य यंत्रों और किताबों की पूजा करने के सांथ ही छोटे बच्चों को पहली बार अक्षर ज्ञान कराया जाता है और उन्हें किताबें भी भेंट की जाती हैं। हिंदू मान्यताओ के अनुसार इस दिन को देवी सरस्वती के जन्मोत्सव के रूप् में मनाया जाता है।