सीमांत जनपद चमोली में हिमालय की प्राकृतिक संपदा भोजपत्र और सांस्कृतिक विरासत पौणा नृत्य को संजोए रखने के लिए भारतीय डाक विभाग ने आज गोपेश्वर में खास लिफाफा लांच किया

सीमांत जनपद चमोली में हिमालय की प्राकृतिक संपदा भोजपत्र और सांस्कृतिक विरासत पौणा नृत्य को संजोए रखने के लिए भारतीय डाक विभाग ने आज गोपेश्वर में खास लिफाफा लांच किया है। इस लिफाफे पर विरासत भोजपत्र और पौणा नृत्य को चित्रित किया गया है। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि पौणा नृत्य और भोजपत्र हमारी प्रचीन विरासत है। इसका संरक्षण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि लोगों की आर्थिकी से जोड़ते हुए भोजपत्र को संरक्षित करने की दिशा में निरंतर काम किया जा रहा है। नीती माणा की महिलाओं को कैलीग्राफी में प्रशिक्षण देकर भोजपत्र पर सोवनियर बनाए जा रहे है। चारधाम पर आने वाले तीर्थयात्रियों को भोजपत्र के सोवनियर उपलब्ध कराए जा रहे है। जिससे महिलाओं की आर्थिकी सुदृढ़ हो रही है। दुर्लभ प्रजाति के भोजपत्र को संरक्षित करने के लिए उच्च हिमालयी क्षेत्रों में भोजपत्र की नर्सरी भी स्थापित की गई है। उन्होंने कहा कि पौणा नृत्य चमोली जनपद का पारंपरिक लोकनृत्य है और सभी उत्सवों और शुभ अवसर में किया जाता है।