उत्तराखंड के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने मदरसों का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय पैनल की घोषणा की

देहरादून: उत्तराखंड के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने सोमवार को उत्तराखंड में मदरसों में शिक्षा के स्तर का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय पैनल की घोषणा की.
उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड से संबद्ध लगभग 419, वक्फ बोर्ड के तहत 103 और लगभग 500 निजी हैं। मंत्री चंदन राम दास ने कहा, “पैनल यह भी पता लगाएगी कि मदरसों को दिए जा रहे फंड का सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं।”
[14/02, 9:04 am] Shiv: देहरादून: उत्तराखंड के अल्पसंख्यक कल्याण विभाग ने सोमवार को उत्तराखंड में मदरसों में शिक्षा के स्तर का पता लगाने के लिए तीन सदस्यीय पैनल की घोषणा की.
उत्तराखंड में मदरसा बोर्ड से संबद्ध लगभग 419, वक्फ बोर्ड के तहत 103 और लगभग 500 निजी हैं। मंत्री चंदन राम दास ने कहा, “पैनल यह भी पता लगाएगी कि मदरसों को दिए जा रहे फंड का सही इस्तेमाल हो रहा है या नहीं।”
वही इस मामले को लेकर समाज कल्याण मंत्री चंदन राम दास कहा राजधानी देहरादून में समाज कल्याण एवं अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के विभागीय अधिकारियों को इस बारे मे निर्देश दिये गए है।
उन्होंने कहा , “मैंने समाज कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव को प्रदेश में चल रहे हैं मदरसों के कामकाज का सर्वे करने के लिए सीनियर अधिकारियों की एक तीन सदस्यीय समिति गठित करने का निर्देश दिया है। और यह समिति एक माह के अंदर अपनी रिपोर्ट देगी।”
दास ने पिछले साल अक्टूबर में उन मदरसों से कहा था, जिन्होंने अभी तक मान्यता नहीं मांगी है, उन्हें शिक्षा विभाग से एक महीने के भीतर मान्यता मिलनी चाहिए। जबकि लगभग 400 मदरसे राज्य बोर्ड से संबद्ध हैं, राज्य भर में कुल संख्या 800-1,000 के बीच है।