चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सामाजिक और सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है: राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh

राज्यपाल Lt Gen Gurmit Singh ने कहा कि चारधाम यात्रा उत्तराखण्ड की सामाजिक और सांस्कृतिक व्यवस्था की पहचान है। यात्रा को सहज, सुगम और व्यवस्थित ढंग से संचालित करने के लिए विभागों सहित सभी हितधारकों का आपसी समन्वय जरूरी है। राज्यपाल ने आज देहरादून में चारधाम यात्रा की तैयारियों को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि हर विभाग को अपने फर्स्ट रिस्पांडर यानी यात्रियों तथा आमजन के संपर्क में सबसे पहले आने वाले कार्मिकों को चिन्हित कर उन्हें प्रशिक्षित करना चाहिए। यही फर्स्ट रिस्पांडर यात्रियों की सहायता करते हैं और सफल यात्रा संचालन में इनका बड़ा योगदान होता है। श्री सिंह ने कहा कि चारधाम यात्रा में स्थानीय लोगों की भागीदारी व उनका सहयोग अवश्य लिया जाए। साथ ही नई तकनीकी- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ड्रोन, मोबाइल ऐप के माध्यम से यात्रियों को सुविधाएं दी जाएं।