उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अरोमा पार का भूमि पूजन किया

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मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जिसमें सगंध क्षेत्र के विकास के लिए सरकार द्वारा राज्य स्तर पर एक विशेष एवं समर्पित संस्था सगंध पादप केंद्र (सीएपी) की स्थापना की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले दो दशकों में राज्य सरकार ने सीएपी के माध्यम से सगंध क्षेत्र में काफी विकास किया है, जिसके माध्यम से प्रदेश में चौबीस हजार से अधिक किसान सगंध खेती से जुड़े हैं। राज्य में सगंध क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा सगंध खेती के क्लस्टर विकसित किये गये हैं। वर्तमान में राज्य में 109 सुगंध क्लस्टरों में सुगंध की खेती की जा रही है, जिसके तहत 192 डिस्टिलरीज स्थापित की गयी हैं। सुगंध खेती का क्षेत्र बढ़ने से वर्तमान में सुगंध क्षेत्र का कारोबार बढ़कर 86 करोड़ से अधिक हो गया है, जबकि वर्ष 2002 में सुगंध क्षेत्र का कारोबार लगभग 2 करोड़ था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में सुगंधित क्षेत्र के विकास और यहां उत्पादित होने वाले आवश्यक तेलों की अच्छी गुणवत्ता को देखते हुए राज्य में एरोमा पार्क स्थापित करने का प्रस्ताव एरोमा ट्रेड एसोसिएशन द्वारा उत्तराखंड सरकार को दिया गया था और एसेंशियल ऑयल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ईओएआई), दिल्ली। जिसे हमारी सरकार ने सहर्ष स्वीकार करते हुए अरोमा पार्क नीति 2018 लागू की, जिसके तहत सिडकुल काशीपुर में सुगंध एवं इत्र से संबंधित 46 उद्योग स्थापित किए जा रहे हैं, जिसका शिलान्यास 30 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था। राज्य में एरोमा पार्कों में स्थापित होने वाले उद्योगों को पर्याप्त कच्चा माल उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सुगंधित फसलों की 6 सुगंध घाटियाँ विकसित की जाएंगी। जिसमें डैमस्क रोज वैली जिला चमोली और अल्मोडा, तिमूर घाटी-पिथौरागढ़ दालचीनी घाटी चंपावत और नैनीताल, लेमनग्रास और मिंट वैली-हरिद्वार, मिंट वैली-उधम सिंह नगर और लेमनग्रास और मिंट वैली हरिद्वार, मिंट वैली उधम सिंह नगर और लेमनग्रास वैली-पौड़ी 14000 से क्षेत्र का विकास किया जाना है।

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